11 वोनो उजाडो को तेज को मारे मोला काही चोयो। ता मोरो संगी गीन हात धरके दमिस्क नगर ले गईन।
अदी तुम्हारो सारो तन मा उजाड़ो सेत, अखीन वोको कोनी भी हिस्सा, इन्धारो मा नाहत, तो उ वसोच हमेसा लक चमकत रव्हासे जसो दियो आपरो उजाड़ो लक सबा ला चकाचक कर देसे।
अबा देख, पिरभू को नियाव तोरो पर पडयोसे अना तु अँधरा भई जाजोस, अना काही बेरा सुरज नही देखजोस। तबा गदने ओको पर धुधरोपन अना इँधारो छाय गयो, अना उ इता-उता टटोलन लगयो, की कोनी ओला रास्ता दिखाएत।