5 पर उतानी रुकन को पूरो बेरा बिताय के वहान लक चली गया। अना सब आई-माई अना टूरा-टारी सहीत हमला नगर को बाहेर तकन पहुचाइन। मगं सागर को कगर मा अमी टोंगरा टेकके पिराथना करया।
अना खानवारा लेकरा अना बायका गीनला छोडके, पाँच हजार मानूस को करिब होतीन।
एको मंघा एक कोढी यीसु कठा आयके ओको लक बिनती करन लगयो अना ओको पुढा टोघरा टेकके कव्हयो! “यदि तु चाव्हसेस तो मोला साजरो कर सकसेस।”
तबा उ काही जरासो दूरी बनाय के, ना चेला गीन लगी अलग पिराथना करन लग्यो।
असो कलीसिया लक बिदाई पायके वय फीनीके अना सामरिया होतो हुयो, सबा भाऊ गीनला गैरयहुदी को मन बदलन को पूरो-पूरो समाचार आयकाव के लगत खुसी पहुचाय रहयो होतीन।
भाऊ-बहिन न गदने रातो-रात पौलुस अना सीलास ला बिरीया नगर मा धाडीस। वहान पहुच के वय यहूदी गीन को सभाघर मा गईन।
असो सांगके टोंगरा टेकके सब झन पिराथना करीन।
वय खासकर यो गोस्टी लक दुखित होतिन का पौलुस ना असो कहयो होतो का तुमला मी अबा कभीच नही भेटिन। तबा सबा लोकगिन वोला जहाज तकन पहुचाइन।
पतरस ना सबला बाहेर काढ दियो। अखीन टोघरा टेकके पिराथना करन लगयो, अना एको मघा उ ओको लास कन मुरकके कहीस “तबिता उठ” अना वा डोरा उघाड देइस, अना पतरस ला चोवके जाग के बस गई।