22 अरियोपिगुस न्यायालाय को पुड़ा उभो होयके पौलुस न यो कहीस “अथेने नगर को रव्हन वारा महान गीन! मी चोय रही सेव का तुमी लोक हर पिरकार लक मोठो धरम पिरेम से।”
तबा नगर को दिवान न जमघट ला उगो-मुगो करके कहीस “अरे इफिसिलोक गीन असो कोनतो मानूस से जोन नही जानासे का इफिसुस को यो नगर मोठी देवी अरतिमिस को मंदिर अना बादल लक पडी हुई पवितर गोटा को रखवालो से?”