अखीन मंघा, वा बेवा भई गई होती अना ओको चऊरासी बरस लक बेवा होती। वा मंदिर को बाहेर नही हिटत होती, अखीन उपास पिराथना करत-करत, रात दिवस परमेस्वर को सेवा मा रव्हत होती।
तबा हनन्याह उभो होय के घर मा गयो, जहान साऊल होतो, अना भितर जायके अना साऊल पर अपरो हात रखके कहीस, अरे भाऊ साऊल जोन पिरभू यीसु ना यहान आवत बेरा, तोला रस्ता मा दरसन दियो होतो, वोनच मोला धाडीसेस, का तु दुबारा चोवन लगे, अना तू पवीतर आतमा लक पूरो भर जाय।
जो माया तुमीना उन पर चोवीसेव ओन्हीसीन कलीसिया को पुढ़ा ओको गवाही देयि सेत। उनको यातरा ला बनाय राखन लाई किरपा लक उनको एने तरीका मदद करबिन जेनको सहमति परमेस्वर करासे।