7 अना पिरभू को एक सरगदूत एकाएक परगट भयो अना वोच जेल को खोली मा उजाडो भयो, अना ओना पतरस को पसली पर हात मारके ओला जगाईस अना साँगीस, “सटाकनेरी उभो होय!” अना वोको हात लक हतकड़ी पड़ गईन।
जबा वय चली गईन त यूसुफ ला सपना मा पिरभु को एक सरग दुत न पिरगट होयके कहीस, उभो होय अना माय अना लेकरा ला धरके उगो-मुगो लक मिसर चली जाय, अना मी जबा तकन तोला नहि कहु, उतच रव्हने काहेकी हेरोदेस एना टूरा ला मारवा डाकन को लाई ढुन्डेत।