यो काजी योहन कहीस, तुम्ही अपरो-आपरो मनमा काजक सोचसो, कही मी मसीह सेऊ? सच-मूच मा मी मसीह नही सेव। काहे का मि, तो तुम्ही ला पानी मा बप्तिस्मा देवासू, पर उ आवन वालो मसीहा, मोरो ले जादा ताकतवर से। मी वोको जूता को दोरी, खोलन को काबील नही सेव, उ तुम्हीला, पवीतर आतमा, अखीन स्तो लक बप्तिस्मा देहेत।
मी न आपरो हरेक काम लक बतलायो। का महेनत करतो हुयो कमजोर गीन ला सम्भालनो। अना पिरभू यीसु को बचन ला हेत राखनो जरुरी सेत जसो वोना खुदच कहिसेत “लेवनो लक देवनो धन्य से।”
अगो चहेतो भाऊहुन! मी तुम्हाला दुसरो बार चिठ्ठी लिखासू। यो चिठ्ठी मध्ये तुमी लोकहुनला काही गोस्टी को हेत दिलाय के तुमरो साजरो अक्कल ला सतरक करनो चाव्हासेऊ।