पर आतमा ला साजरो लक चोयके कव्हसे का अना आवन वालो बेरा मा केतरा लोक भरमावन वारो आतमा गीन अखिन बुरो आतमा की सिक्सा गीन पर मन लगायके बिस्वास लक बहेक जाहे।
पर जबा उ असो खराई को आतमा आहे, ता तुमला सबच खराई को रास्ता सांगेत, काहेकी उ आपरो कन लक नही सांगेत पर जोन-जोन काही आयकेत वाच ला सांगेत अना आवनवालो गोस्टी तुमला सांगेत।
एक लम्बो-चौवड़ो बैस को मघा पतरस ना उभा होयके उनलक कहीस, “मोरो भाऊ गीन, लगत दिवस पुढ़ा तुमरो मा लक परमेस्वर ना निवाड़ी होतो। का मोरो लक गैरयहुदी गिन साजरा बारता आयकेत, अना बिस्वास करहेत।”