मंग वोको लक सांग्यो मी तूमी लक खरो-खर सांगसू का, “तुमी सरग ला उघड़ो हुयो अना परमेस्वर को सरगदूत गिनला वरता जातो अना मानूस को टूरा ला खाल्या उतरतो चोवने।”
साजरो बारता आयकवान काजी मोला काही सरम-लाज नाहती। यो तो परमेस्वर को ताकत से, जोन हरेक भरोसा राखन वारा, पयले यहूदी लोकगीन, अना मघा गैरयहुदी लोकगीन को लाय, मुकती को जरिया से।
वय परमेस्वर को लोख सेत। परमेस्वर ना उनला आपरो लेकरा बनायो। अना आपरो गौरव उनको समोर दिसायो। परमेस्वर ना उनको संग करार कियो अना उनला कानून दियो। उनको पूजा सच्चो सेत। उनला परमेस्वर को वादा भेटयो सेत।
तब परमेस्वर को मंदिर जोन सरग मा से, उघाड़ दियो गयो। अना ओनो मंदिर मा उनको करार को संदूक दिसयो। ओना बेरा बिजली कौन्धी, गड़गड़ाहट अना बादल को गरजन हुयो। एक डरावनो भुईडोल आयो, अना मोठो-मोठो ओला पड़िन।
मंग मिना सरग ला उघड़तो चोवयो, अना उतनी मोरो समोर एक पान्ढ़रो घोड़ा होतो। वा घोड़ा को सवार सच्चो होतो, अना बिस्वास काबील कहलात होतो। काहेका उ न्याय को संग फैसला करत होतो, अना लड़ाई करत होतो।