पर जबा उनना वोला कोड़ा, लगावन काजी बारती लक बांधीन, तबा उभो सौ सेना को अधिकारि लक पौलुस न कहयो, “कोनी रोमी नागरिक जोन बेकसूर सेत कोड़ा लगवानो का सही सेत।”
तबा सेना को मुखिया न दूई सेनापती गीनला हाकलीस। अना उनला कहीस “आज रात नौ बजे तकन कैसरिया जान लाई दूई सौ सिपाई सत्तर घुडसवार अना दूई सौ भाला चलनवारो तैय्यार राखो।
जबा असो पक्को भय गयो का, हमी ला जहाज लक इटली जानो से। त पौलुस अना काही दुसरो कैदी गीनला महाराजा को एक युलियुस नाव को सेना नायक को हात सोप देइन। उ 100 सेना को कमान्डर होतो।