10 जबा उ जाय रहयो होतो, तो वय बादर कन ताक रहया होतिन, ताभिच दुई मानूस पांढरा झंगा घाल्या हुया उनको कगर मा आयके उभा भईन,
वहान उनको पुढा वोको रुप बदल गयो, अना वोको टोन्ड दिन को जसो चमकन लगयो। अना वोको कपरा उजारो भय गयो।
वोको रूप बादर की उजाड़ जसो चमचमात होती। अना वोका कपरा बरफ को जसो सप्पा होतीन।
ता मरघट्टी मा जायके देखनो पर उनना एक जवान ला पाँढरो कपरा घालयो हुयो जेवनो बसा चोवीन, ता वय लगत डराय गईन।
वा ऐना बात ला चोवके चकीत भई गइन, तबा दोन मानूस चमकतो जामा घालयो उनको जवर आयके उभो भय गइन।
दुई सरगदूत ला पाढरो कपरा घालयो हुयो एक ला मुंडेसा अना दुसरो ला पैताना मा बस्यो चोयी, जिता यीसु को लास राखी होतीन।
वोना एक दिवस दुफारी को लकभग 3 बजे दरसन मा यो सफा-सफा चोयो का परमेस्वर को सरगदूत वोको जवर आयके कहीस “कुरनेलियुस।”
कुरनेलियुस न कहीस, चार दिवस पयले योच बेरा मा अपरो घर मा 3 बजे को पिराथना कर रहयो होतो। तबा मी चकमक झंगा घाल्यो एक मानूस ला मोरो पुड़ा उभो चोवयो।
काही भी होय, सरदीस मा तोरो जवर काही लोक असा सेत। जिनना आपरो कपरा अपवीतर नही करयो सेत। वय पाँढरो कपरा घालत हुयो, मोरो सँगा चलेत फिरेत। काहेकि वय यो काबिल सेत।
मिना ओला कव्हयो, “ओ मालिक, तुच जानासेस।” ओना मोला कहिसेस, यो वय आय, जो ओना मोठो संकट मा लक हिटके आईसेत। इनना अपरो-अपरो कपरा मेढ़ा को रकत मा धोयके उजला करिसेत।