तबा पौलुस अना बरनबास न हिम्मत लक कहीन, “यो तय होतो का परमेस्वर को गोस्टी पुड़ा तुमला आयकायो जाय, पर जबा तुमी वोला नही मानयत अना अपरो आपला ला अमर जीवन को काबिल नही ठैयराय सेव, ता देखो हमी गैर यहुदी कन जाबिन।”
अना उनको आतमा ला अडिग करके बिस्वास मा बनयो रव्हन लाय यो सांगके सिकायो का अमिला मोठयो दुख झेल के परमेस्वर को राज मा धसनो सेत, मंग वय लुस्तरा मंग इकुनियुम अना अन्ताकिया नगर ला लवटके आइन।
तरी तुम्ही जिद्दी सेव, अना तुम्हरो गोटा को दिल से। कारन तुम्ही आपरो सजा ला अखिन बढावा देवा सेव। एक दिवस परमेस्वर को कोप अना सही फैसला तुम्हरो पुढा आहेत।
अदी अमी वोको लेकरा सेजन। ता वोको दियो गयो आसीरवाद मा आमरो च हक सेत। अना जबा अमी मसीह को संग सेजन ता वोको संग अमिला दुख उचलनो पायिजे। तबच अमीला वोको संग गौरव भेटेत।
अना खुसी-खुसी परमेस्वर बाबजी को धन्यवाद, जेना आमला यो काबिल बनायीसेस की जोनना तुमिला उजाड़ को राज मा आपरो पवीतर लोक गीन काजी राखिसेत, वोमा आपरो वारसाना हिस्सादारी राखन काजी साजरा बना दियो सेत।
“हे पिरभू कोन तोरो लक नही भेव मानहेत? अना तोरो नाव को बड़ाई नही करेत? काहेकि तुच केवल एक पवीतर से, अना सबरो लोक गीन आयके तोरो पूजा नहि करहेत, काहेकी तोरो नियाव को काम दिसाय गयो सेत।”
काही भी होय, सरदीस मा तोरो जवर काही लोक असा सेत। जिनना आपरो कपरा अपवीतर नही करयो सेत। वय पाँढरो कपरा घालत हुयो, मोरो सँगा चलेत फिरेत। काहेकि वय यो काबिल सेत।