हे कफरनहुम नगर! का तू सरग लक, वरता करयो जाहेत? नही तु तो पताल लक जादा धस जाहेत। काहेका, जोन ताकत को काम तोरो, अँदर मा कियो गयो से। वोच काम सदोम नगर मा करयो, जातो ता उ आज तकन बनयो रव्हतो।
जसो यसायाह भविस्यवक्ता को किताब मा लिख्यो सेत। यदि सेना का परमेस्वर ना आमरो काजी काही खानदान बचाके नही ठेवो होतो, तो आमी सदोम अना गमोरा नगर जसो पूरो सत्यानास हो गयो होतो।
सबच लोकहुन को नियाव करन लाई आय रही से। ताकि लोकहुन ना जोन खोटो काम करीसेत, उनला उनको लाई अना उनना जोन परमेस्वर को बिरोध मा खोटो गोस्टी बोलीसेत, उनको लाई सजा देहे।”
जेना रिति लक सदोम गमोरा अना उनको आखा पाखा को नगर ना उन सरगदुतगीन को जसो छिंडरा करीन अखिन वय सुभाव को बिरोध वासना को दास बन गयीन। उनला कबच ना बुझनवारी स्तो मा झोक देन को सजा दियो गयीसे। वय आमला चेतावनी देन को रुप मा पायी जासे।