वोच नगर मा समौन नाव को एक मानूस होतो। उ जादु-टोना करत होतो। अना सामरिया को लोकगिन ला चकित करत होत्यो। उ अपरो आप मा एक मोठो मानूस होवन को दावा करत होतो।
जोन विरोध करासे, अना हरेक जोन परमेस्वर या पुजा को लायक कहलावासे, उनलक आपरो आप ला मोठो दिसावसे। यहान तकन की उ सब लक वरता पायो जावनवालो परमेस्वर को मंदिर मा बसके आपरो आप ला परमेस्वर साँगासे।
उनको डोरा छिनालापन लक भरयो सेत। अना उनला कधीच नही मिटनवारा पाप करन लाय को भूक आहेत। वय कमजोर आतमा ला मोहित करतत। उनको मन ला लोभ को सिक्सा मिल्यो सेत। वय सराप को सन्तान सेत।
अना जबा वय पिरभु तारनहार यीसु मसीह ला ओरख के दुनिया को अनेक परकार को असुद्धता पासुन मुक्त भयो आहेत। अना मग उनमा फसयो अना हार गयो सेत। उनको मंगा लक दसा पयलो लक वाईट भयी गयो सेत।