20 आमी यो गोस्टी काजी चवकन्ना रव्हसेजन का यो सेवा को काम जोन आमी करसेजन, कोनी आमरो बदी नोको करनो पाय।
“चोवो! मी तुमला मेढा जसो, बिघा गीन को बीच मा धाड़सू। एकोलाय सरप जसो चतूर, अना परेवा जसो भोलो बनने।”
एकोलाय वोको नजर मा जोन साजरो सेत, उ निन्दा को कारन नोको बने।
मोरो उतानी पोहचन मा जोन कोनी परखो मानूस ला तुम्ही चाव्हसो, मी वोला चिठ्ठी देय के, दान आन के येरुसलेम नगर धाड़ देहुँ।
पर जोन मी करासू वोच करत रव्हिन, का जोन लोकगीन डाव ढूढसेत, उनला डाव नोको मिल्हेत जोन लक, जोन गोस्टी मा वय गरब करासेत, वोमा वय आमरो बरोबर ठहरेत।
अना इतरोच नही पर उ कलीसिया लक निवाड़ो गयो सेत। का यो दान को काम काजी आमरो संग जाय। आमी यो सेवा यो लाय करतत का पिरभू को महिमा अना दया लक आमरो मन को तैय्यारी सबको पुढ़ा परगट भई जाय।
कायको लाय का जोन गोस्टी केवल पिरभू को कठा नही पर मानूसगिन को जवर भी सजरा सेत आमी वोचको चिन्ता करासेजन।
एकोलाय सतरक रवह, की तुमी कसी चाल चला सो। बेअकल को जसो नही बल्कि अकलवर को जसो चलोह।
सब पिरकार की बुराई लक बचया रहवना।