ता भी मि तुम्हि ला खरो सांगासू, का मोरो जावनो तुमरो लाय साजरो से, काहेकी अदी मि नही जाऊ तो उ सहायक तुमरो जवर नही आहेत, पर अदी मि जाउ तबा ओला तुमरो जवर धाड़ू।
तुमरो मा लक कोनी असो सांगेत, “मोला सब चीज बेखटका करन को अधिकार सेत।” “हव पर सब साजरा नाहती।” मी असो सांग सका सू, “मोला सब चीज करन को सूट सेत।” “पर मी कोनी चीज को गुलाम नहिसेऊ।”
अबा कुंवारी टुरीगीन को बारेमा पिरभू को कोनी हुकूम, मोला नही भेटिसेत। पर बिस्वास को काबिल होवन को काजी, जसो दया पिरभू ना मोरो पर करिया सेत, वोको लक मी सला देवा सेऊ।
काहेका मी तुमरो आतमा की तैय्यारी ला जानासु जेनको कारन मी तुमरो बारेमा मकिदुनिया का रहवन वालो को पुड़ा खूब घमंड लक देखासेऊ की अखया का लोक एक बरस लक तैय्यार भयो अना तुमरी खुसी न अखीन लगत स गीन ला बढाईसेस।