ओ येरुसलेम नगर, ओ एरुसलेम नगर, तू भविस्यवक्ता गीनला मार डाखासे। अना जोन तोरो कठा धाडो गयो, उन पर तू गोटा मारसे, कितरो बार मी चहायो का जसो कुक्कड़ी आपरो, बच्चागिन ला आपरो पंखा को खालया जमा करा से। वसोच मी तोरो, लेकरा गिनला जमा कर लेऊ पर तुना नही चाव्हयो।
पौलुस अना बरनबास लगत दिवस तकन रहयो। उनना पिरभू को बारेमा बेधड़क बताइन। उनको हात लक हिदान, अना अचँभा काम होत होतो। अना उनना यो साबीत कर दियो का यो सन्देसा उन पर होवन वारा किरपा को बारे मा सेत।
अगो मोरो संगीहुन! परमेस्वर को दया ला हेत कराके मी तुम्हि लक बिनती करा सेऊ। का अपरो आप ला परमेस्वर को लाय जित्तो बली को रूपमा परमेस्वर को सेवा अना वोला खुस करन लाय दे देव। योच सच्चो पूजासेत। असो पूजा तुमीला करनो सेत।
एना कारन जबा मोरो लक अखीन न सहयो गयो त मीना तुमरो भरोसा की घटना जानन लाई धाड़ियो, काही असो नही होवा का परखन वालो न तुमरी परिक्सा करी रहेस अना हमारो महेनत बेकार भय जाहेत।
एना गोस्टी को ध्यान राखो का कोनी मानूस परमेस्वर को किरपा लक मुरक ना जाय, अना तुम्हीला दुख देवन काजी अखिन लगत लोक गिनला खराब करन काजी कोनी झंझट को जड़ नोको फूटेत।