2 काहेकी एना घर मा त हमी कराहवता अना लगत पक्को आस राखासेजन का अपरो सरग को घर ला पेहर लेवबोन।
मी एक दुखी मानूस सेऊ! मोला यो देह लक कउन सोड़ाहेत? जोन मोला मरासेत।
पर अकेलो दुनिया को रचना च नही कुन्हावअ सेत। मंग परमेस्वर को भेटयो लका एक आतमा भी सेत। वा भी आपरो भितर ढुकअ सेत, काहेका अमी यो काजी परमेस्वर को रस्ता चोवा सेजन। का वो अमिला आपरो लेकरा बनाय के आमरो पुरो जिंदगी को सूटकारा कर देवे।
चोवो मी तुमी ला एक लुको गोस्टी सांगासू, आमी सब ला जपनी लगेत, पर आमी सब को सब बदल जाबिन।
काहेकि मि दुही को बीच मा अथपर मा टँगीसेऊ; मरजी ता चलासे का हिटके मसीह को जवर जाऊ, काहेकि यो लगतच साजरो से।