तुम्हि आपरो आप ला दुनिया को माफीक नोको बनाओ लेकिन परमेस्वर ला अपरो मन ला बदलन को पूरो मौका देव। तबा तुमला परमेस्वर को इक्सा को बारेमा पता चल जाहेत। जोन साजरा सेत अना वोला साजरो लगासेत। अना सिध्द भी सेत।
पर तुमरो सिंगार तो तुमरो मन को भीतर मा बस्यो मानूस की सिंगार होवनो पाहिजे। नरम अना सांत मन वालो, अविनासी सही जेवर गीन लक कियो सिंगार परमेस्वर की नजर मा लगत किमती से।