15 मी तुमारो आतमा लाय खुसी-खुसी खरच कर हिन, वरन मि खुद भी खरच भई जाहिन। का मी जितरो जादा तुमरो लक पिरेम करासू, ओतरो च कम रुप लक तुमी मोरो लक पिरेम राखना?
अदी मी आपरो सगो रकत को कुटुम्बी लोक गिन लाय, मी उनको सराप आपरो डोस्का मा राख लेवतो। अना मसीह कन लक सरापित भयी जातो। अना मसीह लक बेगरो हो जातो। असो मोरो मरजी सेत।
चोवो, मी तिसरो बार तुमरो कठा आवन काजी तैय्यार सेव। अना मी तुमरो पर कोनी खरचा नही राखनवारा सेव। काहेका मी तुमारो करजा नही पर तुमला चाव्हसू। काहेका माय बाप लेकराहुन को पूरो खरचा सहवसेत, पर लेकरा नही।
पर वोना मोरो लक सँगीस, “मोरो किरपा तोरो लाय गजब सेत, काहेका मोरो ताकत कमजोरी मा च चोवासेत यो काजी मी खुसी-खुसी लक आपरो कमजोरी पर गरब करबिन का मसीह को ताकत मरो पर सवली करत रव्हे।”
अना योच गोस्टी मीना तुमिला एकोलाय लिखी सेऊ, का जबा मी तुमरो जवर आहिन, ता जोन लक मोला खुसी मीलनो से, उनको लक मोला दुख ना पोहचायो जाय। मोला तुमी सब मा यो गोस्टी को भरोसा सेत, का जोन मरो खुसी सेत वा तुम सब को सेत।
मी तुमिला निंदा करन काजी असो नहीं कव्हसू; काहेका, जसो मीना पयले सांगिसेव, तुमी आमरो दिल को आमरो दिल मा असो बस गयो सेव, हमी हमेस एक सग रव्हसेजन। चाहे हमी संग जीवबीन या मर जाबीन।
अना अब मी तुमरो काजी आपरो दुख को बारे मा खुससेव, काहेका मोरो देह को दुख को बीचमा मी आपरो देह, कलीसिया को कन लक मसीह को दुख ला पूरो करन मा मदद कर रहयो सेव।
यो रिती लक तुमरो लाई ममता होवनो को कारन हमला खुसी भई, का न केवल तुमला परमेस्वर को साजरो बारता आयकावाया पर तुमरो लाई अपरो पिरयान गीन ला भी दे दियासेजन। काहेकी तुमी हमारो लाई लगत माया को होय गयासेव।