काहेकी हमी असी हिम्मत नही का, हमी अपरो आप ला उन मा लक असो काही को संग गीनन या उनला अपरो ला मिलाहे जोन अपरी साबासी खुदच करासेत अखीन अपरो आप आपसी तवल के एक दुसरो लक मिलके कम अक्ल ठहराहेत।
काहेका मोला असो भेव सेत, का कदी असो तो नही भई जाय, का मी आय के ना जसो मी तुमी ला चोवनो चव्हासू वसो तुमी मोला नही भेटयो, अना तुमरो मा लडाई रार जलन चुगली अना गरब होहे।
यो कारन मी तुमरो गयर हाजीर मा यो गोस्टी लिखासेऊ की हाजिर होयके मोला ओना हक को जसो जोनला पिरभु ना बिगाड़न को साठी नही पर बनावन को साठी मोला दियो से, कड़ाई लक काही करनो नही पड़ेह।