9 हव! आपरो-आपरो मन मा अमिला असो लगत होतो, जसो अमिला मरनो को हुकूम भयी गयो सेत। जोन लक अमी आपरो आप पर नही पर परमेस्वर को भरोसा भयि गयो जोन मरयो हुवो ला जित्तो करा सेत।
अगो संगीहुन अमी यो चव्हा सेजन का तुमी वा दुख को बारेमा जानो जोन अमिला एसिया मा झेलनो पड़ीयो होतो। वहान आमरो सहनो सक्ती लक बाहेर होतो। वा दुख को बोझा मा अमी दब गयो होता। यहाँन तकन का आमरो जित्तो रव्हन को चारा नोहोतो