पर उतानी रुकन को पूरो बेरा बिताय के वहान लक चली गया। अना सब आई-माई अना टूरा-टारी सहीत हमला नगर को बाहेर तकन पहुचाइन। मगं सागर को कगर मा अमी टोंगरा टेकके पिराथना करया।
उनला कोनी नोको दुरियाने, अना तुमी लोकगीन उनको सान्ती लक आवन को बेवस्था कर देवजो। ताकी वय साजरा लक मोरो कठा आ जाय। काहेका आमी भाऊ हुन को संग उनको बाट चोवी सेजन।