11 पर अरे परमेस्वर को जन! तु एना गोस्टी गीन लक पराय अना धरम भक्ती बिस्वास पिरेम धीरज अना नरमता ला मंघा करो।
आमी असो गोस्टी मा लगो रहबिन, जोन लक सान्ती बनावन मा बढावा मिले।
मोरो माया को भाउ अना बहिनगीन। तुमी मुरत पुजा लक दुर रव्हो।
पिरेम मा बड़त चलो। अना भविस्यवानी को बरदान पान को धूनमा लगयो रव्हो। खास करके परमेस्वर को कन लक सांगन को।
छिनालापन लक पराय जावो। अना सप्पा पाप, जोन मानूस करा सेत, वय देह लक बाहेर होवासेत। पर छिनालापन करनवारा, आपरो देह को बिरोध मा पाप करासेत।
अना आमरो पिरभु को किरपा ओना भरोसा अना पिरेम को सँगा जोन मसीह यीसु मा से, लगत रिती लक भयो।
कोनी तोरी जवानी ला हलको नही समझ पाहे पर बचन अना चाल-चलन अना पिरेम अखिन बिस्वास अना पवितर पन मा बिस्वासी गीन को लाई नमूना बन जाव।
अना साजरो काम मा नामी रही रव्हे जेना न लेकरा गीन को लालन-पालन करी रहेस पावना गीन की सेवा करी रहेस पवीतर लोक गीन का पाय धोई सेस दुखी गीन मदद करीसेस अखिन हर एक को साजरो काम मा मन लगाई सेस।
अरे तीमुथियुस एना धरोहर की राखवारी कर अना जेनको गियान ला गियान कव्हना च भुलसे उनकी बुरी बोली अना बिरोध की गोस्टी गीन लक दुहुर रव्हो।
अदी कोनी अपरो आप ला इनको लक सूद करेहे त उ आदर को बरतन अना पवीतर ठहरायो अना मालिक को काम आहे अखीन हर साजरो काम को लाई तैय्यार होहेत।
जुवानी को मन मरजी आस लक परावो, अना जोन सुध्द मन लक पिरभू को नाव लेवसेत, उनको संग धरम अना बिस्वास अखीन पिरेम अखीन मेल मिलाप को पीछा करो।
पर तु न सिक्सा चालचलन मनसा बिस्वास सहन करन को ताकत पिरेम धीरज अना सताय जानो अना दुख उठावन मा मोरो संग देईस।
ताकी परमेस्वर को जन सिध्द बनावनो अना हर एक भला काम को लाई पक्को होय जाहे।
सर्वां संग सान्ती लक पवितर बनन को कोसीस करा। काहेका पवितर मानूस च पिरभू ला चोहेत।
तुम्ही बुराई लक दुहुर रव्हनो पाहिजे अना नेकी केले पाहिजे। तुम्ही मना पासुन सांती लाय कोसीस करनो पाहिजे।