9 यो जानके की मोसे को नियम न्यायी जन को साठी नाहती पर अधरमी गीन, बेलगाम महुन, बिन भक्तिवारा, पापी गीन, अपवितर गिन अना असूध्द मानूसगिन, माय बाबुजीगीन ला मारन वालो, जान लक मारनवालो,
जबा परमेस्वर ना अबराहम अना वोको खानदान लका वादा कियो होतो, का दुनिया लक वोको सम्बंध होयेत। ता वोना असो एकोलाय नही करयो, का अबराहम ना कानून को पालन कियो होतो। बल्कि एकोलाय का उ मानत होतो, अना परमेस्वर लक नेकी को रुपमा स्वीकार कियो गयो होतो।
तबा मोसे को नियम को काम को का मकसद से? जेने खानदान की परन दियो गई होती, ओको आवन को बेरा तकन नियम जुल्म को काजी जोड़ देई गई होती। उ सरगदूत गीन कन लक बिचवई को जरिया लक ठहरायो गयी से।
छल, नसा, रँगरेली, अना ऐना तरह का काम सेत, जिनको बिसय मा मि तुमला चितासु जसो पयले चितोनी देय चुकयो, की असो-असो कामवारा तो परमेस्वर को राज का हकदार नही होव्हेत।
वय परमेस्वर ला जानन को दावा करासेत पर उनको काम असो चोवसे जसो ओला नही जानासेत। वय घिरना को काम करनवालो, अना हुकूम नही मानन वालो सेत। अना कोनी भी नेक काम करन को काबिल नही सेत।
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।
आयको कोनी भी छिनालापन नोको करे, या वोना एसाव को जसो परमेस्वर लक दुहुर अना बुरो ना भयी जाय, जोनना सबलक मोठो टूरा होवन को अधिकार ला बस एक निवाला भर जेवन को लाय बिक दियो होतो।
अना तुमी बिस्वासी गीन को लाई यो गोटा बेसकिमती से। पर अबिस्वासी गीन को लाई; वोच गोटा जोनला मिस्तरीगीन न नकार दियो होतो, “ओच सब लक कामी कोनटो को गोटा बन गयो।”
सबच लोकहुन को नियाव करन लाई आय रही से। ताकि लोकहुन ना जोन खोटो काम करीसेत, उनला उनको लाई अना उनना जोन परमेस्वर को बिरोध मा खोटो गोस्टी बोलीसेत, उनको लाई सजा देहे।”