धन्य सेत वय दास जेनला वोको मालीक को आवनो पर जागतो मिल्हेत, मी तुम्ही लक खरो कव्हसू, मालीक उन ला पूरी तैय्यारी को सँगा जेवन लाय बसाहे, अना जवर आयके उनको सेवा करहे।
होस मा आव! जसो नेक सेत, अना पाप करनो छोड़ देव। तुमरो लक काही मानूस सेत, जोन परमेस्वर को बारेमा काही नही जाना सेत। यो गोस्टी तुमीला लजान काजी सांगी सेऊ।
उनमा आमी भी पयले आपरो देह की मोह मा दिवस बितात होता, देह अना मन को मरजी ला पूरो करत होता, अना अखीन संसार को दुसरो लोकगीन को जसो बरताव लक परमेस्वर को गुस्सा की लेकरा होता।
हरेक बिनती अना बिनती लक पवीतर आतमा मा सदा पिराथना करत रव्हने। अना यो मन मा हेत राखके सतरक रव्हने की कोसिस लक सबच पवीतर लोकगीन को साठी सदा पिराथना करतो रवहने।
एना कारन अपरी मन ला पक्को करके अना सचेत रव्हो। अना आपरो मनला मारके रव्हो। अना वोना वरदान को आस मा रव्हो जोन यीसु मसीह को परगट होवन मा तुमला भेटनवारा सेत।