एकोलाय अदी मोरो जेवन, मोरो भाऊ अना बहिनगिन को लाय, पाप को कारन बना सेत, तो मी सदा जेवन नही जेहुँ। कही असो ना भई जाय का, मी आपरो भाऊ अना बहिन को काजी पाप को कारन बन जाऊ।
एकोलाई हे भाऊगीन जोन-जोन गोस्टी खरो सेत, अना सुहानो मान भाव को सेत अना जोन-जोन नियाव वारो सेत, जोन-जोन गोस्टी पवीतर सेत, जोन-जोन गोस्टी मन ला खुस करासेत अना साजरो अना बड़ाई वालो सेत उन ला मन लगाय राखो।