ओ मोरो संगीहुन! जहान तकन तुमरो बारेमा मी खुदच बेखटका सेव, अना भरोसा सेत, का तुम खुद च साजरा अना सप्पा गियान लक भरो हुयो सेव। अना तुमी ला एतरो मालुम सेत, का एक मेक ला समजा सको।
अब मी चाव्हा सू का तुमी सबा अना भासा सांगो, पर एको लक बड़के यो का तुम भविस्यवानी बोलो। काहेका जोन परमेस्वर कन लक बोला सेत, वा वोको लक बढके सेत, जोन दुसरो को भासा सांगासेत। काहेका वा दुसरो को भासा मा तो सांगासेत, पर ओको अनुवाद नही कर सका सेत। जोनलक कलीसिया को उन्नती नहि होवत।
तुमी अबा तकन समझ रहया होव्हो क अमीना जवाब देइसेत, अमी तो परमेस्वर ला हाजिर जानके ना मसीह मा संगसेजन, अना वो मोरो चहेतो लोक हुन, यो सब गोस्टी तुमरोच उन्नती साठी संगसेजन।
कोनी फालतू गोस्टी तुमरो टोंड लक नही निकलनो पाहिजे, पर केवल असी गोस्टी हिटनो पाहिजे जोन ओना बेरा की जरुरत को जसो तरक्की को साठी साजरो होय, जोको लक की आयकन वालो पर दया होय।
अना वय कहानी गीन अना कबच न खतम होवन वारो खानदान पर मन नोको लगावना जेनको लक झगड़ा राड होवासे अना परमेस्वर को वोनो इन्तेजाम को जसो नही जोन बिस्वास पर बनायो हुयो से वसोच मी कव्हसू।
अना एक दुसरो संग जमा होवनो नोको छोड़ो। जसो कितरो लोकगीन को असोच रित सेत। अना एक दुसरो ला बढ़ावा देवत रव्हो, जसो-जसो विपदा को दिवस जवर आवता चोवो असोच करो।
जब तकन आज को दिवस कहलावसेत तबा तकन तुमी रोज एक दूजो ला बढ़ावा देव, कदी असो नोको भई जाय का तुमरो लक कोनी मानूस पाप मा पड जाय अना वोको मन गोटा जसो भई जाय।
यो वय लोक सेत, जोन मा आतमा नाहती पर अगा चहेतो संगी, तुमी एक दुसरो ला आत्मिक रुप लक आपरो लगत पवितर भरोसा मा पिक्को करत रव्हो। पवितर आतमा को संगा पिरातना करने।