यो उ मानूस को दसा जसो से, जोन परदेस ला जातो बेरा आपरो घर ला सोड़के जासे, आपरो दास ला हक देसे, अना हर कोनीला ओको काम देवासे अना चौकीदार ला जागन को हुकूम देवासेत।
मी न आपरो हरेक काम लक बतलायो। का महेनत करतो हुयो कमजोर गीन ला सम्भालनो। अना पिरभू यीसु को बचन ला हेत राखनो जरुरी सेत जसो वोना खुदच कहिसेत “लेवनो लक देवनो धन्य से।”
जो चोरी करनवालो से मंग चोरी नोको करेत, पर आपरो हात लक मेहनत करेत खुदच आपरो हात लक कोनी काम, जेकोलक जरुरत मा पड़यो हुयो ला देवनको लाई ओको कठा काही होहे।
एको संग-संग वय घर-घर हिंडके आलसी होवनो सिकासेत अना बल्की आलसी नही पर बक-बक करात ब्यस्त रव्हसेती अखिन दुसरो को काम मा हात भी डाकासेत अना अन्याई गोस्टी बोलासेत।
पर तुमरो सिंगार तो तुमरो मन को भीतर मा बस्यो मानूस की सिंगार होवनो पाहिजे। नरम अना सांत मन वालो, अविनासी सही जेवर गीन लक कियो सिंगार परमेस्वर की नजर मा लगत किमती से।