उ सब दुख मा अमीला, सान्ती देतो रव्हसेत। जोन लक, परमेस्वर को कन लक, अमीला जोन सान्ती भेटासेत, वोच को लक आमी दुसरो ला भी, उनको हरेक दुख मा सान्ती देवन को ताकत अमीला मिल जाय।
योच कारन सेत का हमला सान्ती भेटिस। आमरो यो सान्ती अना तितुस को कारन लक खुसी यो दुई गोस्टी मिलके सबको दिल गदगद भई गयो। अना तुमी ना अखीन जीव ला लगत खुस कर दियो।
पर अबा जबकि तीमुथियुस तुमरो भरोसा अना पिरेम की साजरो बारता आन के हमरो जवर लवट के आयो अना वोना यो भी सांगीसेस का तुमी ना हमला पिरेम लक हेत राखियासेव अना जसो हमी तुमला वसोच तुमी भी हमला देखन लाई लगत बेरा तकन तरसासेव।