बादल का पकसी ला चोवो। वय ना ता बोवासे, ना च कापासे, अना ना च खरीयान मा जमा करासेत, मंग उनको सरग को परमेस्वर बाबूजी उनला खिलावासे। का तुम्हि उन लक लगत कीमती नही सेव?
काहेकी पिरभू खुदच ललकार अना मुखिया सरगदुत ला हाकलके अखीन परमेस्वर की तुर्रा की आवाज को संग मा सरग लक उतरेत अखीन जोन मसीह मा मर गई सेत, वय पुड़ा जित्तो होयेती।
तबा मिना सिघासन लक एक उचो सबद मा यो कव्हतो आयकियो, “चोवो! मानूसगिन को बीच मा परमेस्वर को रव्हनो!” अब परमेस्वर उनको बीच रव्हे। वय उनको जनता होहेत अना खुदच परमेस्वर उनको बीच अमर निवास करहेत।