अना उनको आतमा ला अडिग करके बिस्वास मा बनयो रव्हन लाय यो सांगके सिकायो का अमिला मोठयो दुख झेल के परमेस्वर को राज मा धसनो सेत, मंग वय लुस्तरा मंग इकुनियुम अना अन्ताकिया नगर ला लवटके आइन।
यो जानके की मोसे को नियम न्यायी जन को साठी नाहती पर अधरमी गीन, बेलगाम महुन, बिन भक्तिवारा, पापी गीन, अपवितर गिन अना असूध्द मानूसगिन, माय बाबुजीगीन ला मारन वालो, जान लक मारनवालो,
सबच लोकहुन को नियाव करन लाई आय रही से। ताकि लोकहुन ना जोन खोटो काम करीसेत, उनला उनको लाई अना उनना जोन परमेस्वर को बिरोध मा खोटो गोस्टी बोलीसेत, उनको लाई सजा देहे।”