काहे की मानूस को टूरा आपरी सेवा करान लाय नही, पर सेवा करन ला अना सबको लाय पाप को दाम चुकावन अना सूटकारा देवन आयो से। अना लगत लोक गीनला सोड़ान को लाय आपरो परान देदे।”
जोन बरदान परमेस्वर ना मोला दियो सेत, वोला बवजतो हुया मिना एक इमारत बनावन वालो इन्जनियर जसो, काम करीसेऊ। अना पाया धरीसेऊ, अना कोनी वोको मा बनावअ सेत। परा हरेक ला हुसियार रव्हन को जरूरत सेत। का कसो बनावअ सेत।
ओना काही ला पेरीत, काही ला भविस्यवक्ता काही ला साजरो बारता को सांगन वालो अना काही ला परमेस्वर को मानूस को रक्सा करनवालो पासवान अना काही ला गुरुजी ठहराय देईसेस।
काहेका मुखिया ला परमेस्वर को खजांची होवन को कारन कलिसीया को मुखिया ला निरदोस होवनो चाव्हसे। न ता जिद्दी, न ता गुस्सा करनवालो, न ता पियक्कड़, न मारपीट करन वालो, न ता नीच कमाई को लोभी होय,
परमेस्वर बैईमान नाहती। उ तुमारो काम अना तुमरो पिरेम ला, नही बिसरा सकत। जो तुमी ना वोको नाव को महिमा को लाय करयो सेव। अना पवीतर सन्तगिन को सेवा करासो, अना अबा भी करासो।
अता परमेस्वर, जोन सब पर किरपा करा सेत, जोना तुम्हिला मसीह को बीच मा अमर बेरा को गौरव काजी बुलायो सेत। तुम्ही काही काल सहन करनो को बाद तुम्हीला सिद्ध अना सामरथवान करहेत।