7 असो च अरे नवरा हुन, तुमी आपरो बायको को संगा मा अक्कलवरी लकरव्हो वोला कमजोर समझ के ना उनको आदर करो। जिंदगी को सहयोगी वारिस मानो। जेनको लक तुमरी पिराथना मा विघन नोको पहुचेत।
मंग मी तुमरो लक खरो कव्हसू, यदि तुमी मा लक दुई मानूस धरती पर कोनी बात को लाई एक मन होयके वोला मांगसेत, ता वय मोरो बाप को कना सरग मा से उनको लाई होय जाहेत।
एकोलाई काही भी होय, तुममा ला हरेक ला आपरी बायको लक वसोच माया करनो चाहिसे जसो तुमी खुदच अपरो आपला करोसो। अना एक बायको ला भी आपरो मरद को डर मानत हुयो ओको मान करनो चाहिसे।
हरेक बिनती अना बिनती लक पवीतर आतमा मा सदा पिराथना करत रव्हने। अना यो मन मा हेत राखके सतरक रव्हने की कोसिस लक सबच पवीतर लोकगीन को साठी सदा पिराथना करतो रवहने।
असो पिरकार, अवो बायका गीन अपरो-अपरो नवरा गीन को बस मा रहवो। जेनको लक अदी कोनी परमेस्वर को वचन ला नही मानासे। त वय तुमरो पवीतर अना भेव सकट चाल-चलन ला ध्यान लक चोवके बिना कोनी बारता को अपरी-अपरी बायका गीन को बरताव लक जीतयो जाहे।