काहेका हरेक मानूस काजी वोना एक दिवस ठहरायोसेस, का वोना मानूस लक सब संसार को मानूस को धरमी पन लक न्याय करहेत। जेना वोला पयले लक ठहरायो। अना वोला मारयो मा लक जित्तो करीस, “एना गोस्टी ला पक्को करीसेस।”
तरी तुम्ही जिद्दी सेव, अना तुम्हरो गोटा को दिल से। कारन तुम्ही आपरो सजा ला अखिन बढावा देवा सेव। एक दिवस परमेस्वर को कोप अना सही फैसला तुम्हरो पुढा आहेत।
हे मालिक गीन, तुमी भी धमकी देवनो छोड़ो अना उनको सँग असो बेवहार करने। हेत राखो, काहेका तुमी जानसो, का उनको अना तुमरो दुई को मालिक सरग मा सेत, अना उ कोनी को पक्स नही करासेत।
एना कारन मी एना दुखगीन ला भी उचला सेऊ पर सरमाऊ नही काहेकी मी वोला जेनको पर मीना भरोसा करीसेऊ जानासेउ अना मोरो पक्को से का उ मोरी पुंजी की वोनो दिवस तकन देख-रेख कर सकासे।
अबा मोरो लाई धरम को उ मुकुट सजायके राखयो गयो से जोन पिरभू नेक अना न्याय करन वालो सेव मोला वोना दिवस देहे अना मोला च नही वरन वय सब ला जोन पिरेम को संग वोको परगट होवन को बाट चोविसेत। निजि सूचना
मंग मिना सरग ला उघड़तो चोवयो, अना उतनी मोरो समोर एक पान्ढ़रो घोड़ा होतो। वा घोड़ा को सवार सच्चो होतो, अना बिस्वास काबील कहलात होतो। काहेका उ न्याय को संग फैसला करत होतो, अना लड़ाई करत होतो।