हमला एको गरब से, का यो गोस्टी अमी सफा मन लक कव्हा सेजन। का अमिना यो जगत को संग अना खास तुमरो संग परमेस्वर को किरपा को साथ बरताव करयो सेजन। हमिना ईमानदारी अना खराई लक बरताव करी सेजन। जोन परमेस्वर लक भेटा सेत। दुनिया को अक्कलवरी लक नही।
एना कारन मी एना दुखगीन ला भी उचला सेऊ पर सरमाऊ नही काहेकी मी वोला जेनको पर मीना भरोसा करीसेऊ जानासेउ अना मोरो पक्को से का उ मोरी पुंजी की वोनो दिवस तकन देख-रेख कर सकासे।
नही तो उनको चघानो काय लाय बंद नही होवा सेत। यदि सेवा करन वालो को मन एकच बार मा पवीतर भई जासेत। तो बार-बार अखीन बली चघानो जरूरी नाहती। अना उनको मन उनला बारम्बार पाप मा नही ठहरायती।