22 अबा चोवो जबा तुमी ना सच्चाई ला मानत-मानत, सच्चौ भाऊचारा लक निस्कपट माया ला चोवान काजी आपरो आतमा ला पवितर कर लियो सेत। ता पवितर मन लक तेजी लक एक दुजो लक माया करन को आपरो निसान बनालेव।
पर यदि तुमी आपरो मानूस सुभाव को अनुसार रव्हअ सेव, ता तुमी मरन वालो सेव। तरी आतमा लक मनला मार के जिंदगी को दिवस बितावअ सेव। ता जित्तो रव्हन को मौका सेत। यो काजी आतमा लक बुरो करम ला मार डाखो।
अगो भाऊगीन, तुमरो बारे मा आमला सबच बेरा परमेस्वर को धनवाद करनो चाव्हसे, यो जरुरी से, एको साठी की तुमरो भरोसा लगत बढ़ जावसे, अना तुमी सबच को माया आपसी मा लगत बढ़ जावसे।
ओह भाऊगीन अना पिरभु का माया वारा लोकगीन, आमी तुमरो बारे मा परमेस्वर ला सदा धनबाद ऐकोलाई देसेजन, की परमेस्वर ना सुरु मा किरिया की अनुसार तुमला बेचके राखीसेस, जोको लक तुमी आतमा कन लक पवीतर बनके अना खराई मा भरोसा राखके मुकती मिल्हेत।
बिस्वास को कारन को कारन अबराहम ला असो सांगयो का वोला जोन जघा मा जावन साठी परात जानको होतयो, पर उ कितानी जात होता उनला मालूम नही होता। तरी उना हुकूम मानयो अना गयो।
परमेस्वर बैईमान नाहती। उ तुमारो काम अना तुमरो पिरेम ला, नही बिसरा सकत। जो तुमी ना वोको नाव को महिमा को लाय करयो सेव। अना पवीतर सन्तगिन को सेवा करासो, अना अबा भी करासो।
मग मसीह को रकत, जोन ना अपरो आप ला अमर आतमा लक, बेकसूर बली को रुप मा परमेस्वर ला दे दियो। आमरो मन ला मरो हुवो काम लक, काहे पवीतर नही करयेत। अना अमला जित्तो परमेस्वर को काबिल काहे नही बनाहेत।
असो पिरकार, अवो बायका गीन अपरो-अपरो नवरा गीन को बस मा रहवो। जेनको लक अदी कोनी परमेस्वर को वचन ला नही मानासे। त वय तुमरो पवीतर अना भेव सकट चाल-चलन ला ध्यान लक चोवके बिना कोनी बारता को अपरी-अपरी बायका गीन को बरताव लक जीतयो जाहे।
काहेका न्याय को बेरा सुरू भयी गयो सेत। अना उ खुद परमेस्वर को कुटुंब लक सुरु भयो सेत। अदि आपरो लक असो सुरुवात भयो से, तर मग जोन परमेस्वर को साजरा बारता मा बिस्वास नही ठेवत उनको काजक दसा होयेत?