काहे की मि तुम लोक गीन कव्हसु, की अदी तुमरो नेकी को काम, मोसे को नियम को गुरू लक अना, फरिसी गीन लक बड़के नही होहेत। ता तुम्हि सरग को राज मा कदीच भीतर नही धस सकेत।
का तुमीला नही मालूम सेत? का बदी करन वालो परमेस्वर को राज मा वारिस नही होहेत। धोखा नोको खावो, छिनरापन करनवारा, ना तो मुरत पुजा करनवारा, ना दुसरो को बायको संग सोवनवारा, छिनाल,
मसिहा खुदच अपरी देह मा हामरो पाप बुराई आन के कूरूस मा चघ गयो। जेनको लक हमी पाप बुराई को लाय मर गयो अना धरमिपन अना नेकी को लाय जित्तो भयि गयो काहेकी वोको घाव लगनो लक तुमी साजरा भईसेव।
एकोसाठी अगा माया को टुरागीन, यो गोस्टी मि तुम्ही ला एकोलाई लिख रही सेऊ तुमी पाप मा नोको पड़ो अना अदी कोनी पाप करेत ता बाबूजी को कठा आमरो पापहुन लक बचावन साठी बचावन वालो एक सहारा से, मन्जे उ से न्यायी यीसु मसीह।