15 जोन कोनी आपरो भाऊ लक ईरसा राखासे, उ खुनी से; अना तुमी जानासेव का कोनी खुनी मा अमर जिंदगी नही रव्हसे।
पर मि तुम लक कव्हसु, की जोन कोनी कोनी बायको पर बुरो नजर डाखेत, उ ओको लक मन मा छिनाली कर लेवासे।
एको लाई हेरोदियास योहन की गुस्सा करत होती, अना वा ओला मारन की तक्का मा रहोत होती, पर हेरोदेस को कारन मार नही सकी।
पर जोन कोनी यो पानी पीहे जोन मी देवासू, उ सदा लक तहान नही होहेत। पर उ पानी एक झिरिया बन जाहेत, जोन हरामेसा तकन पिझरत रहेत।
तुमी आपरो अजी सैतान कन लक सेव, अना आपरो अजी को लालसा ला पूरी करनो चाव्हासेव। उ ता सुरू लक खूनी से, खराई लाय सच्चो नही रव्हे। काहे की सच ओमा नहाती, जबा उ झुठो सांगासे ता आपरो आचरन च लक सांगासे, काहे की उ झुठो से, अना झुठो को अजी से।
दिवस होवनो पर काही यहूदी गीन न मिलके साजिस रचीन। अना उनना असी किरीया खाईन। का वय तबा तकन न खाहेत न त पीहेत। जबा तकन वय पौलुस ला मार नोको डाकत।
वय मुखिया याजक अना बुजरुक गिनला जवर जायके कहीन “हमी न कठिन किरया खाई सेजन। का हमी तबा तकन काही नही जेवबिन जबा तकन हमी पौलुस ला मार नही डाकबिन।”
मंग अभिलासा गरभ धरासेत, अना पाप ला जलम देवा सेत। मंग पाप बड़ सेत अना मिरतु ला आना सेत।
काहेकी तुमी न नासवान नही पर अविनासी बीज लक दुबारा जिंदगानी नही पायो सेव। बलकि यो उ बीज को फर सेत। जोन अमर सेत। तुमारो नवतो रीती लक जलम परमेस्वर को उ साजरा बारता लक भयो सेत, जोन जित्तो अना अटल सेत।
पर जोन कोनी आपरो भाऊ लक ईरसा राखासे, उ ईंधारो मा से। उ अंधारो मा जिंदगी जी रही से। उ नही जाना, उ किता जाय रही से। काहेका ईंधारो ना ओको डोरा भोकना कर देईसेस।
जोन कोनी असो कव्हसे का मि उजाडो मा सेव अना आपरो भाऊ लक बैर राखासे, ता उ अबा तकन अंधार मा बनयो हुयो से।
“पर डरपोकगीन, अबिस्वासी, निन्दक, हत्यारागीन, छिनाल अना छिंडरागीन, टोन्हा, मुरत पुजा करनवारा, अना सबच झूठो को जघा ओना झील मा होहे, जो स्तो अना गन्धक लक पेटा से। योच से दुसरी मिरतु।”