पतरस न जब असो चोयो ता लोकगीन लक कहयो, अगो इसरायल को लोकगिन, तुम ऐको पर कायलाय अचम्भीत सेव, अना असो घुर-घुर के आमीला कायलाई चोय रही सेव, असो लगासे का आमीना अपरो ताकत अना भक्ति को हिम्मत लक यो मानूस ला चलन-फिरन को लायक बनाय दियोसेजन।
अरे पापी छिनालापन करन वालो मी तुमला नही जानासेउ का संसार लक मिताई जोड़न वारा परमेस्वर को सतरु बननोसे? अना जोन कोनी संसार को संगी होवनो चाव्हसे उ अपरो आप ला परमेस्वर को बैरी बनावासे।