असो परकार कोनी दुसरो भासा मा जबा तकन का तुमी साजरा लक ना बोलो तबा तकन कोनी कसो समज सकेत। तुमीना काजक कव्हासेव? काहेका असो मा तुमी ता वारा मा सांगन वालो च रव्ह जाहेत।
काहेकी हमी जानासेजन का अदी हमारो धरती मा का तम्बू मजे देह ला पूरो दिरस घर ला पाड़ दियो जाहे त परमेस्वर कन लक हमला सरग मा घर मिले जोन हात लक बनयो हुयो नही पर अमर सेत।
एना कारन मी एना दुखगीन ला भी उचला सेऊ पर सरमाऊ नही काहेकी मी वोला जेनको पर मीना भरोसा करीसेऊ जानासेउ अना मोरो पक्को से का उ मोरी पुंजी की वोनो दिवस तकन देख-रेख कर सकासे।
जोन तुमरो मा बुजरुक सेत। वोला मी यो निवेदन करसेऊ, का मी भी एक बुजरुक सेऊ अना मसीह को दुख को पुरुप देवासू, अना वोको गौरव मा सह भागी होवके तुम्हीला समझावसू,