एकोलाय अदी मोरो जेवन, मोरो भाऊ अना बहिनगिन को लाय, पाप को कारन बना सेत, तो मी सदा जेवन नही जेहुँ। कही असो ना भई जाय का, मी आपरो भाऊ अना बहिन को काजी पाप को कारन बन जाऊ।
भाऊगीन अना बहिनगीन। अदी यो मालुम चलतो का कोनी ना कोनी गलत काम करीसेस तो तुमी लोक जोन आतमिक सेव, ओला नरम तरीका लक साजरो करबिन। तुमी खुदच सतरक रव्हने कहिं असो न होय की तुमी भी परिक्सा मा पड़ जाहो।