कोनी भी गुलाम मानूस दुई मालीक को सेवा नही कर सकासे। काहेका उ एक लक बइर अखीन दुसरो को संग माया राखेत। अना एक लक गाढोपन अना दुसरो ला नीच जानेत। तुमी परमेस्वर अना धन दुही की सेवा नही कर सकासो।
जेने आपरो आप ला आमरो साठी दे देईसेस, की आमी ला हरेक परकार लक दुस्टपन लक छुड़ाय लेहे। अना आपरो बेचयोगयो लोकहुन को रुप मा आमीला पवितर करलेव, जोन लक नेक काम करन लाई आमी हरमेसा तैय्यार रव्हे।
एकोलाय मसीह ना भी जोन एक नेक मानूस होतो। एक च बेरात, पाप साठी दुख भोगयो। यासाठी क परमेस्वर कना अमी ला लेजाय। उ देह मा तो मारयो गयो, पर आत्मा मा, जित्तो भयो।
वय लोकगीन यो नयो गाना गावन लगीन। तु ऐना पावती धरन अना येकी सिक्का खोलन को लायक से। येको एवज मा तुना बली होयके, आपरो रकत लक, हर एक कुल, अना भासा, अना लोक अना जात लक परमेस्वर को लाई लोक हिन ला मोल ले लेई सेस।