रास्ता को किनारो मा अँजीर को झाड़ चोयके उ ओको जवर गयो। तब पान ला छोड़ ओमा अखीन काही नही पायो अना झाड़ लक कहीस, “अता लक तोरो मा कबच फर नही लगहेत।” अना अँजीर को झाड़ तुरूत सूक गयो।
हे कपटी मोसे को नियम को गुरू अना फरिसी गुरू, गीन तुम पर हाय। तुम मानूस को लाई सरग को राज को किवाड़ बंद करोसो, न ता खुदच ओमा धस सक सो, अना न ता ओमा धसन वारा हिन ला धसन देसो।
यो बात ओना एको लाई नही कहीस, की ओला गरीब गोर की चिंता होती, पर एको लाई कहीस, की उ चोट्टा होतो, अना ओको जवर ओकी पियुसी रहोत होती। अना ओको मा जो काही डाकयो जावत होतो उ हेड़ लेत होतो।
अना अबा मी तुमला परमेस्वर को, अना वोको दया को वचन ला सौप देवासू। जोन तुमरी उन्नती कर सकसे, अना सब पवीतर किया गयो तुमरो लोकगीन ला वारसाना अधिकार दिलाय सकसेत।
छल, नसा, रँगरेली, अना ऐना तरह का काम सेत, जिनको बिसय मा मि तुमला चितासु जसो पयले चितोनी देय चुकयो, की असो-असो कामवारा तो परमेस्वर को राज का हकदार नही होव्हेत।
जो चोरी करनवालो से मंग चोरी नोको करेत, पर आपरो हात लक मेहनत करेत खुदच आपरो हात लक कोनी काम, जेकोलक जरुरत मा पड़यो हुयो ला देवनको लाई ओको कठा काही होहे।
कायसेकि तुमी पिक्को लक जानसेव का असो कोनी भी मानूस जोन दुराचारी सेत, अपवितर अना लोभी सेत, जो एक मुरतिपूजक होवन जसो से। मसीह को अना परमेस्वर को राज को वारसाना नही पाय सका।
का एना गोस्टी मा कोनी भी अपरो भाऊ को दोस नही करेहेत अना नही वोला ठगाहेत। काहेकी पिरभू एना सबरी गोस्टी गीन ला बदला लेवन वारा सेत जसो का हमीना पुड़ा च तुमला सांगीसेजन अना साजरी अक्ल लक चेताय भी सेजन।