अना मी परमेस्वर को किरपा को वजा लक हरेक ला कव्हसेऊ। अपरो आप ला जरुरत लक जादा हुसियार नोको समजो। आपरो बिचार मा सयंम बरतो। अना परमेस्वर ना तुम्हिला जोन बिस्वास देयि सेत, वोको अनुसार खुद को बरोबरी करो।
अखट्ट मा, अपोलुस कउन सेत? अना पौलुस कोन सेत? अमी केवल परमेस्वर को सेवक सेत। जोनको लक तुम्ही बिस्वास करन को लाय तैयार भयी सेव। आमरो लक हरेक वोच काम करा सेत, जोन काम पिरभू ना उनला दियो होतो।
तुमरो गरब करनो साजरा नाहती। का तुमीला मालुम नहती? जरा सो खमिर सब मलो कनिक ला खमीर बना डाका सेत, अना जसो हाना सेत का “एक मरो मसरी, सप्पा बोडी को पानी ला, खराब कर देवसेस।”
मंग मी चाव्हसु का, जसो मी कुंवारो सेऊ, वसोच सब मानूस कुंवारो रहेत, पर हरेक मानूस ला परमेस्वर कन लक, अलग-अलग बरदान भेटयो सेत। कोनी ला काही, तो कोनी ला काही?