3 मोला एको जरासो भी चिन्ता नाहती। का तुमी लोकहुन मोरो नियाव करो। या मानूस को कोनी अदालत। मी स्वता आपरो नियाव नही करा सेऊ।
गोस्टी जसी से वसो चोवके न्याय करो, टोंड चोवके न्याय नोको करो।
आतमिक मानूस सबच गोस्टी की परख कर लेवा से, पर कोनी भी उ मानूस की परख नही सका,
तो हरेक को काम परगट भई जाहेती। अना नियाव को दिवस उ सागेत। काहेका उ स्तो को संग परगट होहे। अना उ स्तो हरेक काम की परिक्सा लेहेत का कसो सेत?
असो सेवक गिनको लाय यो गोस्टी जरूरी सेत। का वय अपरो गुरु को लाय बिस्वास को काबिल होवनो पाहिजे।
मोरो मन सफा सेत, परा यो साबीत नही करा सेत। का मी सही मा निरदोस सेऊ। परमेस्वर मोरो निरदोस होवन को फैसला करा सेत।