का यो कबच आयकनो मा आयो, की कोनी आपरो खरचा लक सेना मा सेवा करासे? कोनी अंगूर को बारी लगायके, ओको फर नही खावासे? कोनी पालतु जनावर पालके ना करप को देख-रेख करके, ओना जनावर को दुध नही पिवा से?
परमेस्वर बैईमान नाहती। उ तुमारो काम अना तुमरो पिरेम ला, नही बिसरा सकत। जो तुमी ना वोको नाव को महिमा को लाय करयो सेव। अना पवीतर सन्तगिन को सेवा करासो, अना अबा भी करासो।
मि ओको महामारी लक वोको लेकरा गिनला मारुँह अना सप्पा कलीसिया ला मालूम भय जाहे का मन ला अखीन आतमा ला जाँचन वालो मि च सेव। अना मि तुमी मा लक हरेक ला ओको कामगीन को अनुसार फर देहबिन।