उता पहुचके ना उनना कलीसिया, को सभा हाकलिन। अना सबला सागिन, का परमेस्वर ना उनको लक काजक-काजक करीस, अना कसो गैर यहुदी लोकगीन को लाय, भरोसा को बेसकुड़ उघाड़िसेस।
वहाच लीदिया नाव को बाई होती। वा किमती बैंजनी कपरा को धंधा करत होती। अना परमेस्वर की पिराथना करत होती। वा आमरी गोस्टी आयकत होती। पिरभू ना ओको मन को बेसकुड़ खोलिस। जोनलक वा पौलुस की गोस्टी धियान देयके आयके।
वोनोच बेरा वहान अपुल्लोस नाव को यहूदी होतो। उ सिकन्दरिया को बिस्वासी होतो। बोलन मा विदवान होतो। अना वोला पवितर गिरंथ को लगत गियान होतो। उ इफिसुस नगर आयो।
उन गोस्टी ला छोड़, मी कोनी दुसरो गोस्टी करन को हिम्मत नही करू, जोन यीसु मसीह मा गैरयहुदी गिनला, परमेस्वर को हुकूम मानन को रस्ता दिसान को काम मोरो बचन, करम,
काहेकी हमीना निरो गोस्टी लक नही पर ताकत अना पवीतर आतमा अखीन पिक्को बिस्वास को संग तुमी लोकगीन को बीच मा साजरो बारता को पिरचार करीया तुमी जानासेव का तुमरो कल्यान को लाई, तुमरो बीच मा हमरो सुभाव कसो होतो।