पर उतानी रुकन को पूरो बेरा बिताय के वहान लक चली गया। अना सब आई-माई अना टूरा-टारी सहीत हमला नगर को बाहेर तकन पहुचाइन। मगं सागर को कगर मा अमी टोंगरा टेकके पिराथना करया।
उ जहाज घाट, थन्डी को मौसम मा ठैयरन को लायक नहोती। एकोलाय लगत लोकगिन ना हो सके तो फिनिकस जावन को ठानीन। अना थन्डी उतानी बितावन को इरादा बनाइन। फिनिकस किरेति देस को एक असो जहाज घाट सेत। जेन को मुख दक्सिन अना दिवस बुड़ती, अना उत्तर दुई को पुड़ा सेत।
तीन महिना बाद हमी न सिकन्दरिया को एक जहाज मा चल पडया। अना दव को बेरा यो जहाज यहान च होतो। अना जहाज को पुड़ा हिस्सा मा “जुड़या इस्वर” असो छापा होतो। काहेकि वोला जुड़या इस्वर जहाज भी कव्हत होतीन।
उनला कोनी नोको दुरियाने, अना तुमी लोकगीन उनको सान्ती लक आवन को बेवस्था कर देवजो। ताकी वय साजरा लक मोरो कठा आ जाय। काहेका आमी भाऊ हुन को संग उनको बाट चोवी सेजन।