अदी मोरो जवर पेरीत जसो उपदेस देवन को वरदान सेत। मोला सबा परकार को गियान हो सका सेत, अना सबा राज की गोस्टी समजनो असान सेत। पहाड़ ला हटान को बिस्वास सेत। पर पिरेम नाहती तो काही नाहती।
सही मा जबा तकन हमी एना तम्बू देह मा सेजन त हमी बोझ लक दबया हुया कराहव सेजन काहेकी हमी कपरा हेड़नो नही पर पेहरनो चाव्हासेजन का जोन कोनी मरनो को जसो से वा जिंदगी लक हेड दियो जाय।