12 अबा अदी मसीह को परचार करयो जासे का उ मरनवालो लक जित्तो भई से। तो तुमी मा लक काही असो काहे कव्हसेत, का मरो हुवो जी नही सका सेत।
जबा उनला मरयो हुयो मा लक जित्तो उठनो की गोस्टी आयकिस। तो उन मा लक काही तो वोको हासी उडावन लगीन बल्की काही न कहिन हमी यो तोरो पिरवचन मघा आयकबीन।
काहेकि सदुकि गीन को कव्हनो होतो का मरयो मा लक जित्तो होवनो नही से, ना सरग होवासे, अना ना आतमा, काहेका फरिसी को एना सब पर बिस्वास से।
तुमी लोकगीन ला यो गोस्टी, बिस्वास को लायक काहे नही लगसेत। का परमेस्वर मरयो हुया ला जित्तो कर सेत?
एकोलाय चाहे मी या वय लोक हिन आमी वोच परचार करीसेजन जेनको मा तुमी ना भरोसा राखीसेव।
तुमरो मन ला सान्ती देहे। अना तुमला सबच साजरो काज अना गोस्टी मा पक्को राखेह।
जोन यो कहेके का मरके जित्तो भयो से खरो-खर भटक गयो अना केतरा गीन को बिस्वास ला उलट पुलट कर देवासे।